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अप्रभावी यंत्र

वेद विज्ञान
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अप्रभावी यंत्र

कृपया ध्यान दें-

यदि कुण्डली में किसी भी तरह षष्ठेश से सम्बन्ध बनाते हुए अष्टमेश पारावतांश में गया हो तो “रूद्र” वर्ग का कोई भी यंत्र कामायाब नहीं हो सकता।
यदि कुण्डली में किसी भी तरह अष्टमेश से सम्बन्ध बनाते हुए द्वादशेश गोपुरांश में गया हो तो कोई लक्ष्मी या कुबेर यंत्र कामायाब नहीं हो सकता।
यदि किसी भी तरह तृतियेश एकादशेश से सम्बन्ध बनाते हुए पर्वतांश में गया हो तो कोई डाबर-शाबर यंत्र कामायाब नहीं हो सकता।
यदि सप्तमेश किसी भी तरह द्वितीयेश से सम्बन्ध बनाते हुए जीवांश वर्ग में गया हो तो चाहे कोई भी यंत्र धारण करें विवाह बहुत विलम्ब से होगा।
यदि एकादशेश से सम्बन्ध बनाते हुए पंचमेश लोकांश में है तो चाहे कोई भी यंत्र धारण करें पुत्र संतति का सदा अभाव रहेगा।
पण्डित आर के राय
Email- khojiduniya@gmail.com

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