Menu
blogid : 6000 postid : 754541

सनातन धर्म विश्व का गौरव

वेद विज्ञान
वेद विज्ञान
  • 497 Posts
  • 662 Comments
सनातन धर्म विश्व का गौरव
सनातन धर्म का अभिन्न अंग हिन्दू सम्प्रदाय विश्व का एकमात्र सर्वोत्कृष्ट, सर्वोत्तम, सरल एवं सामंजस्य वादी सम्प्रदाय है जो प्रत्येक प्राणी में ईश्वर का दर्शन करता है. और आज इसीलिये इस सम्प्रदाय में तैतीस करोड़ देवी देवताओं की पूजा की जाती है. यही कारण है कि संतशिरोमणी गोस्वामी तुलसीदास ने अपनी कालजयी अमर रचना “श्रीरामचरित मानस” में लिखा है===
“सीय राम मय सब जग जानी। करउँ प्रणाम जोरि जुग पानी”
यही नहीं, केवल मनुष्य ही नहीं बल्कि समस्त जीव समुदाय ही परमेश्वर का रूप है ===
“ईश्वर अंश जीव अविनाशी”
अर्थात पारब्रह्म परमात्मा का ही छोटा रूप जीवात्मा प्रत्येक शरीर धारी के अंदर है.
जब कि शेष समस्त धर्म अपनी सर्वोच्च सत्ता को किसी एक जगह केंद्रित कर शेष जगत को उससे पृथक कर जीव और परमेश्वर में दूरियाँ पैदा करते है.
और इसीलिये शेष सारे धर्म सहिष्णुतावादी (Tolerating Attitude) के है. अर्थात शेष धर्मावलम्बियों को भी किसी मजबूरी में सहते है–एक बोझ समझकर। जबकि हिन्दू सम्प्रदाय उदारवादी (Liberal) है, अर्थात इसके सागर से भी विशाल ह्रदय में जो भी आये, उसका हार्दिक स्वागत एवं अभिनन्दन है.
“किं नु इदम्महच्चित्रं यद्धिन्दुत्वमुपपोषति विश्वानि।”
पंडित आर के राय
Email- khojiduniya@gmail.com

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply