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तनिक श्रम विमुखता औषधि को विष बना देती है

वेद विज्ञान
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तनिक श्रम विमुखता औषधि को विष बना देती है
===गूगल शनि, सुरंजना राहु एवं कज्जल केतु का प्रतिनिधि है. इसलिये इनके प्रयोग से पूर्व विश्लेषण कर लें, औषधि किसके लिये तैयार करनी है.
किन्तु आज कल इस सूक्ष्म निर्णय से घबराते हुए आयुर्वेदाचार्य श्रम करने के भय से इन तीनो को इकट्ठा ही मिला देते हैं कि कोई एक तो प्रभाव दिखायेगा।
इसका परिणाम क्या होता है, यह भी देखें-
सुरंजना और कज्जल का योग आलिन्द (आर्टरी-ह्रदय का एक भाग) के ऊपर पृश्न शर्करा (डिक्लोरबीन) की मोटी परत चढ़ा देता है जो ह्रदय को अनायास एवं आकस्मिक शैथिल्य (शिेज़लेमेंट) प्रदान करता है. और मृत्यु बहुत असह्य पीड़ादायक होती है.
इसी प्रकार कज्जल एवं गूगल का योग क्रव्याकद (कार्बामाज़ाइन सल्फेट) की परत निलय (ह्रदय का एक भाग) को इतना कठोर बना देता है की ह्रदय की संकुचन एवं प्रसरण प्रक्रिया अनियमित हो जाती है और रोगी घातक रक्त चाप का सघन रोगी बन जाता है.
पण्डित आर के राय
Email- khojiduniya@gmail.com

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